सोमवार, 29 जनवरी 2024

संदीप कुमार 'सचेत' की पुस्तक 'अज्ञात का निमंत्रण' का किया गया लोकार्पण

संदीप कुमार 'सचेत' की पुस्तक 'अज्ञात का निमंत्रण' का किया गया लोकार्पण

              संभल। आर्य समाज मंदिर में सन्दीप कुमार सचेत द्वारा विरचित "अज्ञात का निमंत्रण" पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम, संस्कार भारती के वैनर तले धूमधाम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ इन्द्रपाल शर्मा, सुशील कुमार गुप्ता एवं मीनू रस्तोगी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। दीप प्रज्वलन के पश्चात मंचस्थ सभी अतिथिगणों का, संस्कार भारती के सदस्यों ने माल्यार्पण करके स्वागत अभिनंदन किया।
              साहित्यकार व लेखिका डॉ दुर्गा टण्डन ने पुस्तक पर चर्चा करते हुए कहा कि इस पुस्तक में कवि सन्दीप कुमार सचेत ने जीवन के अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने हर क्षेत्र से अपनी रचनाएं उठाई है जिसमें सामाजिक समस्याओं का सटीक उपचार भी किया है।

               पुस्तक समीक्षा पढ़ते हुए डॉ सतीश चन्द्र सुधांशु ने बताया कि साहित्यिक जगत में नई पहचान के साथ, "अज्ञात का निमंत्रण" पुस्तक निश्चित ही स्थापित होगी, क्योंकि इसमें तमाम कुरीतियों को उजागर करते हुए उनका समाधान भी सौंपा गया है, साथ ही प्रकृति के सौन्दर्य का वर्णन भी जगह-जगह किया गया है।मुख्य अतिथि के रूप में अधिशासी अधिकारी रामपाल सिंह ने कहा कि साहित्यकार सन्दीप कुमार सचेत ने अपनी रचनाओं में, गम्भीर चिंतन शैली के साथ शब्दों को बांधते हुए, हमारी संस्कृति और संस्कारों के संरक्षण हेतु सामाजिक समस्याओं पर चर्चा की है।
               संस्कार भारती के विभाग संयोजक रामकिशोर मिश्र ने पुस्तक पर चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक ताने-बाने में जो खामियां समय के चलते पैदा हुई है उन पर कवि की पैनी नजर गई है, जिसका समाधान सौंपने का सन्दीप कुमार सचेत ने सफल प्रयास किया है। 

               विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए हरिद्वारी लाल गौतम ने कहा कि कवि ही समाज की दिशा को आसानी से मोड़ सकता है। उन्होंने रचनाकार सन्दीप कुमार सचेत के व्यवहार, कार्य, संवेदनशीलता, ज्ञान और लेखन कार्य की प्रशंसा करते हुए, पुस्तक प्रकाशित होने पर समस्त समाज को बधाइयां दीं। इस पावन अवसर पर "अज्ञात का निमंत्रण" काव्य-संग्रह का पुष्प वर्षा के मध्य करतल ध्वनि के साथ विमोचन एवं लोकार्पण किया गया। 
           मंचस्थ सभी अतिथियों और संस्कार भारती के जिला एवं प्रांत के पदाधिकारियों ने रचनाकार सन्दीप कुमार सचेत को शॉल उढाकर, माल्यार्पण के साथ प्रतीक चिन्ह देते हुए उनका अच्छे कार्य के लिए अभिनंदन किया। संस्कार भारती के प्रांत सहमंत्री इंद्रपाल शर्मा ने "सम्भल तीर्थ परिक्रमा" की सेवा में लगे कल्कि भक्तों को भी रामनामी अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जितेन्द्र कुमार जौली श्री कृष्णा शुक्ल, राजीव प्रखर, शिव कुमार चंदन सुखपाल सिंह गौर, डॉ दुर्गा टंडन शांति राणा शांति, दीपक गोस्वामी आदि को भी स्वर्गीय उदय सिंह स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।
 
              इस अवसर पर सुबोध कुमार गुप्ता, सुशील कुमार गुप्ता, विपिन कुमार, दीपा वार्ष्णेय,प्रदीप कुमार, अनिल कुमार, रामौतार, प्रीति सागर, डॉ राजवीर, सरिता सागर, मूर्ति देवी,प्रियंका सागर, ब्रजकिशोर, दिव्यांश रंजन,हर्षांग वर्धन, प्रीति सागर,ओजस रंजन,किरनपाल सिंह,अजय कुमार ,अपूर्व रंजन, सीमा रानी, आशीष,अंशिका, तरुष रंजन, आदि लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांत सहमंत्री इंद्रपाल शर्मा ने एवं संचालन विकास वर्मा और अतुल कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।

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