मेरा नाम लिखेगा कौन ?
अपने दिल की दीवारों पर ,
मेरा नाम लिखेगा कौन ?
भेद भाव के तूफानों से ,
मेरे लिये लड़ेगा कौन ?
भेद भाव के चिथड़े ओढ़े ,
जो भी इज्जतदार बने ,
आदर्शों का ढोंग रचाकर ,
खुशियों के हक़दार बने ,
ऐसे रावण का वध करने ,
मेरा राम बनेगा कौन ?
अपने दिल की...............
मेरी खातिर कौन लड़ेगा ?
अपनों से बेगानों से ,
छुआ छूत करने वाले इन ,
पाखंडी हैवानों से ,
अपनी आँखों के दो आँसू ,
मेरे नाम करेगा कौन ?
अपने दिल की................
पग पग पर मज़हब की कीलें ,
गढ़ी हुईं हैं राहों में ,
कैसे आगे बढ़ पाऊँगा ?
बाँह डाल कर बाँहों में ,
मेरे लिये प्यार की गागर ,
आठों याम भरेगा कौन ?
अपने दिल की................
हैं ईश्वर का अंश एक ही ,
फ़िर इतनी नफ़रत क्यों है ?
दानव होकर ही धरती पर ,
रहने की हसरत क्यों है ?
सतत प्रेम की अभिलाषा को ,
पावन धाम करेगा कौन ?
अपने दिल की..................
हरगिज़ भीख नहीँ माँगूँगा ,
अपनी बात कहूँगा मैं ,
क्या नफ़रत ही सर्व धर्म है ?
कब तक इसे सहूँगा मैं ,
गले लगा कर मुझे मुक्ति का ,
पथ अभिराम करेगा कौन ?
अपने दिल की................
-वीरेंद्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
सम्पर्क सूत्र : 09719275453
बहुत सुन्दर। बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर। बधाई
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