सोमवार, 8 अगस्त 2016

वीरेंद्र सिंह ब्रजवासी का गीत : मेरा नाम लिखेगा कौन ? 


मेरा नाम लिखेगा कौन ?


अपने दिल की दीवारों पर ,
मेरा नाम लिखेगा कौन  ?
भेद  भाव के तूफानों से ,
मेरे लिये लड़ेगा कौन  ?

भेद भाव के चिथड़े ओढ़े ,
जो  भी इज्जतदार बने  ,
आदर्शों का ढोंग रचाकर ,
खुशियों के हक़दार बने ,
ऐसे रावण का वध करने ,
मेरा राम बनेगा कौन  ?
अपने दिल की...............

मेरी खातिर कौन लड़ेगा ?
अपनों से बेगानों  से ,
छुआ छूत करने वाले इन ,
पाखंडी  हैवानों  से  ,
अपनी आँखों के दो आँसू ,
मेरे नाम करेगा कौन  ?
अपने दिल की................

पग पग पर मज़हब की कीलें ,
गढ़ी हुईं हैं राहों  में  ,
कैसे आगे बढ़ पाऊँगा  ?
बाँह डाल कर बाँहों में  ,
मेरे लिये प्यार की गागर ,
आठों याम भरेगा कौन  ?
अपने दिल की................

हैं ईश्वर का अंश एक ही ,
फ़िर इतनी नफ़रत क्यों है ?
दानव होकर ही धरती पर  ,
रहने की हसरत क्यों है  ?
सतत प्रेम की अभिलाषा को ,
पावन धाम करेगा कौन  ?
अपने दिल की..................

हरगिज़ भीख नहीँ माँगूँगा  ,
अपनी बात कहूँगा मैं  ,
क्या नफ़रत ही सर्व धर्म है ?
कब तक इसे सहूँगा  मैं ,
गले लगा कर मुझे मुक्ति का ,
पथ अभिराम करेगा कौन ?
अपने दिल की................


-वीरेंद्र  सिंह  ब्रजवासी 
मुरादाबाद  उत्तर प्रदेश 
सम्पर्क सूत्र : 09719275453

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